नई दिल्ली। बंपर फसल के चलते प्याज की कीमतें जमीन पर आ गई हैं। ऐसे में जहां आम आदमी को महंगाई से राहत मिली है, वहीं सस्ते प्याज ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। न्यूज एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, मध्य प्रदेश के नीमच की थोक मंडी में प्याज की कीमत 20 और 30 पैसे प्रति किलो तक पहुंच गई है। वहीं दिल्ली की आजादपुर मंडी में भी प्याजी की कीमत 5 रुपए पर आ गई हैं। बताजा जा रहा है कि प्याज के दाम गिरने की वजह बंपर फसल पैदा होना और दूसरी तरफ मांग में कमी होना भी है। किसानों के मुताबिक प्याज की थोक कीमत इतनी नीचे चली गई है कि उन्हें किसानी का खर्चा निकालना महंगा पड़ रहा है।
दिल्ली में भी लुढ़की प्याज की कीमतें
बंपर फसल के चलते मध्य प्रदेश और आसपास की मंडियों में भी प्याज की कीमतों में जोरदार गिरावट आ गई है। दिल्ली के निकट साहिबाबाद मंडी में प्याज कारोबारी दिलशाद आलम के अनुसार थोक बाजारों में प्याज की कीमतों में अप्रैल की शुरूआत से गिरावट का दौर जारी है। फिलहाल मंडी में प्याज 5 से 6 रुपए प्रति किलो के भाव पर बिक रही है। वहीं रिटेल में भी प्याज की कीमतें 10 से 12 रुपए प्रति किलो पर आ गई हैं।
कोल्ड स्टोरेज न होने से बढ़ी मुश्किलें
नीमच मध्य प्रदेश में प्याज की सबसे बड़ी मंडी है। स्थानीय किसानों के मुताबिक यहां प्याज रखने के लिए पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज नहीं हैं। जिसके चलते किसान इतने सस्ते दामों पर प्याज बेचने को भी मजबूर हैं। वहीं व्यापारी किसानों की इसी कमजोरी का फायदा उठाकर किसानों से सस्ते दामों पर प्याज खरीद लेते हैं। इसके बाद प्याज की कमी होने पर बाजार में प्याज उतारते हैं। जिसका उन्हें मन मुताबिक दाम मिलता है। गौरतलब बात यह है कि कुछ हफ्ते पहले इसी प्याज की कीमत 20-30 रुपये प्रति किलो थी। किसान इतना परेशान है कि उन्हें फसल की पैदावार पर आई लागत तो दूर प्याज को मंडी तक ले जाने का खर्चा भी नहीं मिल पा रहा।
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