नई दिल्ली। प्याज की बढ़ती कीमतों से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। प्याज की कीमतें जल्द ही घट जाएंगी। केंद्र सरकार 5,500 टन प्याज के आयात के जरिए आपूर्ति में तेजी ला रही है, इससे जल्द ही खुदरा बाजारों पर असर पड़ेगा। 200 टन प्याज जहां बंदरगाह पर पहुंच चुका है वहीं 3000 टन रास्ते में है और जल्द ही खुदरा बाजार में पहुंच जाएगा। प्याज की कीमत 100 रुपए तक पहुंच चुकी है।
कृषि मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि इसमें से 2,500 टन पहले ही भारतीय बंदरगाहों पर 80 कंटेनर में पहुंच चुका है, जिसमें से 70 कंटेनर मिस्र से और 10 कंटेनकर नीदरलैंड से हैं। अन्य 3,000 टन 100 कंटेनरों से हाई सी के जरिए आ रहे हैं, जिसे भारतीय बंदरगाहों की तरफ लाया जा रहा है।
प्याज की आपूर्ति में कमी आई है, ऐसा अनियमित बारिश की वजह से हुआ है, जिससे इस साल 30 से 40 फीसदी उत्पादन प्रभावित हुआ है। प्याज की कीमतें 100 रुपए प्रति किलो के पार हो गई है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने घोषणा की थी कि सरकार प्याज के आयात व इस प्रक्रिया को सहज बनाने के लिए सहायता करेगी और दूसरी देशों से शीघ्र आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। इसे प्राप्त करने के लिए कृषि मंत्रालय ने फाइटोसैनेटरी व फ्यूमिगेशन की जरूरतों को उदार बनाया है। अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की व ईरान में भारतीय मिशनों को भारत को प्याज की आपूर्ति को सुविधाजनक बनाने को कहा गया है।
फिलहाल मांग के मुकाबले आपूर्ति कम है
दिल्ली के साथ प्याज खाने वाले देश के सभी भागों में प्याज के दाम में तेजी चल रही है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने बताया कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने प्याज के दाम की समीक्षा की है। प्याज के उत्पाद एवं आपूर्ति के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि प्याज के उत्पादन में 30-40 फीसदी की कमी के कारण प्याज के दाम में तेजी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि किसी वस्तु की कीमत उसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है और फिलहाल मांग के मुकाबले आपूर्ति कम है। उन्होंने बताया कि मॉनसून में देरी से खरीफ सीजन के लिए प्याज की बुवाई बाद में की गई। वहीं कई राज्यों में बाढ़ की वजह से फसल खराब हो गई। हालांकि उन्होंने कहा कि नवंबर अंत तक प्याज की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है।