नई दिल्ली। प्याज की कम पैदावार की वजह से घरेलू स्तर पर बढ़ी कीमतों के बावजूद सरकार ने प्याज के निर्यात को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है जिससे देश में प्याज का रिटेल भाव फिर से बढ़ने की आशंका भी बढ़ गई है। सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक अगले 1 महीने के लिए प्याज के निर्यात के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य को 150 डॉलर घटा दिया गया है।
45 रुपए से कम में निर्यात होगा प्याज
अधिसूचना के मुताबिक 20 फरवरी 2018 तक प्याज के निर्यात के लिए 700 डॉलर प्रति टन न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त लागू होगी, अबतक यह शर्त 850 डॉलर प्रति टन की थी। इसे अगर भारतीय करेंसी में देखा जाए और डॉलर का भाव 64 रुपए रखा जाए तो पहले प्याज का निर्यात भाव 54.40 रुपए प्रति किलो था लेकिन अगले 1 महीने के लिए यह 44.80 रुपए रहेगा।
देश के ज्यादातर शहरों में 50 रुपए के ऊपर भाव
देश के अधिकतर शहरों में प्याज का रिटेल भाव अब भी 50 रुपए या इससे ऊपर चल रहा है, रविवार को देश की राजधानी दिल्ली में प्याज का भाव 51 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। देश के कई और शहरों में भी भाव इसी स्तर के करीब है। लेकिन इस भाव के बावजूद सरकार ने निर्यात की शर्तों में ढील दी है जिससे घरेलू स्तर पर प्याज के महंगा होने की आशंका फिर से बढ़ गई है।
10 लाख टन कम प्याज का उत्पादन
देश में इस साल प्याज की पैदावार में करीब 10 लाख टन की कमी का अनुमान है, केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू फसल वर्ष 2017-18 के दौरान देश में 214 लाख टन प्याज पैदा होने का अनुमान है जबकि 2016-17 के दौरान 224 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।