सरकारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने ओवीएल को रूस की राष्ट्रीय तेल कंपनी रोसनेफ्ट ऑयल कंपनी (रोसनेफ्ट) से जेएससी वैंकोरनेफ्ट में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी।
- रोसनेफ्ट अपनी पूर्ण अनुषंगी वैंकोरनेफ्ट के जरिये वेंकोर फील्ड का परिचालन करती है।
- वैंकोरनेफ्ट में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिये ओवीएल 93 करोड़ डालर का भुगतान करेगी।
- वैंकोरनेफ्ट में हिस्सेदारी लेने से ओवीएल को 2017 तक 32 लाख टन तेल समतुल्य प्राप्त होगा।
- इससे सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनियों को रोसनेफ्ट से नई प्रौद्योगिकी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
- ओवीएल के अलावा वेंकोर में ऑयल इंडिया, इंडियन ऑयल कारपोरेशन तथा भारत पेट्रो रिर्सोसेज के समूह की भी हिस्सेदारी है।
- ओवीएल के पूर्व में वैंकोर में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने से 41.1 लाख टन सालाना तेल प्राप्त हुआ है।