नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार की महत्वकांक्षी सागरमाला प्रोजेक्ट से अगले चार से पांच साल में कम-से-कम एक करोड़ रोजगार सृजित होंगे। कार्यक्रम का मकसद देश के 7,500 किलोमीटर लंबे तटीय रेखा, 14,500 किलोमीटर संभावित नौवहन योग्य जलमार्ग तथा प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार मार्गों पर रणनीतिक स्थानों का उपयोग कर बंदरगाह आधारित विकास को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय सागरमाला शीर्ष समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता के बाद सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री ने कहा, सागरमाला परियोजना के तहत केवल पोत परिवहन और बंदरगाह क्षेत्र में एक करोड़ रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि 40 लाख प्रत्यक्ष रूप से तथा 60 लाख परोक्ष रूप से रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि मुंबई में 14 अप्रैल से 16 अप्रैल के बीच मैरीटाइम इंडिया समिट में दो लाख करोड़ रुपए के बराबर निवेश आने का अनुमान है।
गडकरी ने कहा, समुद्री क्षेत्र में भारत के पास अपार अवसर के दोहन के इरादे से यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। गडकरी ने कहा कि देश में जलमार्ग के विकास के लिए जोर दिया जा रहा है और जलमार्ग के रूप में देश भर में 116 नदियों की संभावना के उपयोग को लेकर काम शुरू किया जा रहा है। गडकरी ने कहा कि पोत परिवहन के साथ राजमार्ग के विकास से देश की जीडीवी में कम-से-कम 2.0 फीसदी का योगदान होगा।