नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल आज संसदीय समिति के सामने पेश हुए और उन्होंने बताया कि नोटबंदी के बाद जमा हुए पुराने नोटों की गिनती अभी भी जारी है। इनकी गिनती एक स्पेशल टीम द्वारा लगातार की जा रही है। गिनती में लगे कर्मचारियों को रविवार के अलावा कोई छुट्टी नहीं दी जा रही है।
संसदीय समिति में शामिल समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने उर्जित पटेल से पूछा कि कितने पुराने नोट के बदले कितने नोट सिस्टम में वापस आए हैं। इस पर पटेल ने बताया कि इस समय सर्कुलेशन में कुल 15.4 लाख करोड़ रुपए की करेंसी आ चुकी है। पिछले साल नवंबर में सर्कुलेशन में कुल 17.7 लाख करोड़ रुपए की करेंसी थी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को कालेधन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अचानक पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी।
उर्जित पटेल ने कहा कि प्रतिबंधित नोट अभी भी नेपाल से आ रहे हैं और सहकारी बैंकों को इन्हें स्वीकार करने की अनुमति दी गई है। पोस्ट ऑफिस भी अपने यहां जमा पुराने नोटों को अभी आरबीआई के पास जमा करवा रहे हैं। आरबीआई गवर्नर नोटबंदी के बाद दूसरी बार संसदीय समिति के सवालों का जवाब देने के लिए उसके समक्ष पेश हुए थे।
इससे पहले वह जनवरी में संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए थे। संसदीय समिति के अध्यक्ष कांग्रेस के सांसद वीरप्पा मोइली ने पटेल को पिछले महीने दो बार पेश होने का नोटिस भेजा था, लेकिन मौद्रिक नीति के चलते पटेल समिति के समक्ष पेश नहीं हो पाए थे।