नई दिल्ली। टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला अपने करीब 1400 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। ओला कंपनी के सीईओ ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते कारोबार प्रभावित होने से 1,400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
ओला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) भावेश अग्रवाल ने कर्मचारियों के लिए एक नोट जारी कर कहा कि कोविड-19 के दुष्प्रभाव पर पिछले दो माह में कंपनी के रेवन्यू में काफी गिरावट आई है। अग्रवाल ने कहा कि पिछले दो महीनों में कंपनी की कमाई 95 प्रतिशत तक घटी है, व्यापार का भविष्य अस्पष्ट, अनिश्चित है। कंपनी के राजस्व में गिरावट के कारण आगे की स्थिति को लेकर फिलहाल अनिश्चितता बनी हुई है। कोरोना वायरस की महामारी के कारण ने अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
बता दें कि, कोरोना संकट के कारण बंद हुई ओला कैब की सेवाएं मंगलवार (19 मई) से शुरू हो गई हैं। फिलहाल देश के 160 से ज्यादा शहरों में ओला कैब सर्विस देती है। ओला ने कहा है कि सुरक्षित और सुखद और यात्रा अनुभव के लिए अब वो पहले से ज्यादा सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है।
स्विगी करेगी 1100 कर्मचारियों की छंटनी
इधर, घर पर खाना डिलिवरी करने वाली ऑनलाइन कंपनी स्विगी भी अगले कुछ दिनों में करीब 1100 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसलिए वह देशभर में फैले अपने विभिन्न कार्यालयों और मुख्य कार्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करेगी। कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, 'हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है।' उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है। अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है।
जोमैटो करेगी 13% कर्मचारियों की छंटनी
खान-पान से संबंधित ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी जोमैटो ने बीते शुक्रवार को कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी में लगभग 4,000 कर्मचारी काम करते हैं। जोमैटो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल ने कहा कि कंपनी के कारोबार के कई पहलुओं में पिछले कुछ महीनों में नाटकीय रूप से बदलाव आया है और इनमें से कई बदलाव स्थायी होने वाले हैं। उन्होंने कहा, 'हम एक अधिक केंद्रित जोमैटो तैयार करना जारी रखेंगे लेकिन हमें अपने सभी कर्मचारियों के लिये पर्याप्त काम मिल पाने की उम्मीद नहीं दिख रही है। हम करीब 13 प्रतिशत कर्मचारियों को आगे अपने साथ रख पाने में सक्षम नहीं होंगे।'