नई दिल्ली। एप आधारित टैक्सी सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी ओला ‘टैक्सी फॉर श्योर’ को बंद करने की तैयारी में है। ओला ने मार्च 2015 में इस कंपनी का अधिग्रहण किया था। ओला के इस फैसले का असर करीब 1000 कर्मचारियों पर पड़ सकता है। टैक्सी फॉर श्योर बंद होने से कॉल सेंटर, ड्राईवर रिलेशन, व्यवसाय विकास इकाइयों और कस्टमर से सीधी जानकारी रखने वाले लोगों की नौकरी जा सकती है। गौरतलब है कि ओला ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 20 करोड़ डॉलर में टैक्सी फॉर श्योर का अधिग्रहण किया था। इसके बाद कंपनी भारत की सबसे बड़ी एप आधारिक टैक्सी सर्विस कंपनी बन गई थी।
भारतीय बाजार पर कब्जे की थी तैयारी
कंपनी के इस अधिग्रहण के पीछे अमेरिकी कंपनी उबर को भारतीय बाजार में पछाड़ने की योजना के तहत देखा गया। ओला ने टैक्सी फॉर श्योर के अधिग्रहण के बाद धीरे-धीरे कंपनी के परिचालन को कम कर दिया। वहीं टैक्सी फॉर श्योर का परिचालन कम होने के बाद उबर एक साल में बड़ी तेजी से आगे बढ़ी। जबकि ओला ने सस्ती कैब सर्विस के नाम पर अपनी प्राइम सेवा को लांच किया जिससे यह बाजार में अपनी पकड़ बनाये रख सके।
तस्वीरों में देखिए डेटसन गो क्रॉस कार
Datsun Go Cross
Datsun Go Cross
Datsun Go Cross
Datsun Go Cross
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ओला ने नई सेवा शुरू की, घंटों के हिसाब से मिलेगी टैक्सी
ओला ने टैक्सी किराए के लिए एक नई श्रेणी ओला रेंटल्स शुरू की है। इसके तहत एक ही शहर के अंदर यात्रा के लिए घंटे के हिसाब से ओला लक्स, ओला प्राइम व ओला मिनी टैक्सी बुक की जा सकेगी। ओला लक्स और प्राइम में सेडान और एसयूवी वाहन उपलब्ध कराए जाते हैं। कंपनी के बयान में कहा गया है कि ओला रेंट्स 35 शहरों में उपलब्ध है और शीघ्र ही से देश भर के 100 शहरों में शुरू किया जाएगा।