नई दिल्ली। एक महीने पहले कीमतों में शून्य से नीचे का स्तर देख चुके कच्चे तेल में इस बार हालात बिल्कुल अलग हैं। सोमवार को तेल कीमतें बढ़त के साथ एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। कीमतों में ये बढ़त तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती की वजह से देखने को मिली है।
जून एक्सपायरी से पहले ब्रेंट क्रूड 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 34 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब पहुंच गया। कारोबार के दौरान ब्रेट क्रूड ने 13 अप्रैल के बाद का सबसे ऊंचा स्तर देखा। वहीं डब्लूटीआई क्रूड भी करीब 5 फीसदी की बढ़त के साथ 31 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब पहुंच गया। जून कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी मंगलवार को होनी है।
इससे पहले पिछले महीने ही मई कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी से ठीक पहले क्रूड की कीमत माइनस 40 डॉलर के करीब पहुंच गई थी। मांग के न होने और सप्लाई के जारी रहने से कच्चे तेल को रखने की जगह खत्म हो गई थी जिसकी वजह से कारोबारियों ने सौदे बेचने के लिए रकम मांगने की जगह रकम ऑफर की थी।