नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय ने गैस उत्पादन को प्रोत्साहन देते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी जैसी कंपनियों को कोयला खानों से प्राकृतिक गैस उत्पादन के मूल्य निर्धारण में आजादी देने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजा है।
मंत्रालय ने मंत्रिमंडल को भेजे प्रस्ताव में कहा है कि कंपनियों को कोयला खदानों की तहों से निकलने वाली मीथेन गैस (सीबीएम) उत्पादन में इसका दाम बाजार मूल्य के अनुरूप रखने की आजादी होनी चाहिए। इस समूचे घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
- सूत्रों के अनुसार मूल्य निर्धारण की आजादी मिलने के बाद कंपनियों अपने सीबीएम ब्लॉक से उत्पादन कार्य जल्द शुरू कर सकेंगी।
- ऐसा होने से निवेशकों के कोयला ब्लाक छोड़ने के रूख में भी बदलाव आएगा।
- कंपनियां गैस के मौजूदा दाम पर वहनीयता के सवाल को लेकर रूचि नहीं दिखा रही हैं।
- अब तक चार नीलामी दौर और नामांकन आधार पर सीबीएम के 33 ब्लॉक का आवंटन किया जा चुका है जबकि गैस का उत्पादन इनमें से केवल चार में ही हो रहा है।
- मंत्रिमंडल के भेजे गए प्रस्ताव में ऐसे ऑपरेटरों को विक्रेता के साथ एक निश्चित दूरी प्रक्रिया को अपनाते हुए सीबीएम गैस की बिक्री बाजार मूलय पर करने की अनुमति देने की बात कही गई है।
- मंत्रालय के इस प्रस्ताव से रिलायंस को फायदा होगा जिसके पास मध्य प्रदेश में दो ब्लॉक हैं और यह उत्पादन शुरू करने की प्रक्रिया में हैं।
- ओएनजीसी और एस्सार ऑयल को भी इस नई नीति से फायदा होगा। मूल्य निर्धारण की अनुमति मिलने से वह जल्द उत्पादन शुरू कर सकेंगे।