पेरिस। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने कहा कि यदि ओपेक उत्पादक गठजोड़ ने कच्चे तेल का उत्पादन कम नहीं किया तो अगले साल के मध्य तक विश्व बाजार में कच्चे तेल की अत्यधिक उपलब्धता की स्थिति बनी रहेगी।
ओपेक ने पिछले महीने कहा था कि वह उत्पादन में कटौती करेगा, जिसके बाद से विश्व बाजार में तेल कीमतों में लगातार स्थिरता आ रही है। ओपेक की नवंबर बैठक में इसका ब्योरा दिया जाएगा। आईईए की मासिक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह के कदम से वैश्विक तेल भंडार पर प्रक्रियाओं में तेजी आएगी।
आईईए ने कहा कि तेल भंडारण में कमी के सतर्क संकेतों के बावजूद हमारी आपूर्ति मांग परिदृश्य से पता चलता है कि अगले साल की पहली छमाही तक कच्चे तेल की अत्यधिक आपूर्ति की स्थिति बनी रहेगी।
- आईईए ने कहा कि यदि ओपेक अपने नए लक्ष्य पर कायम रहता है, तो बाजार में संतुलन अधिक तेजी से होगा।
- आईईए के अनुसार तेल उत्पादकों के संगठन ओपेक द्वारा 28 सितंबर को उत्पादन घटाने की घोषणा की गई, उसके बाद से तेल के दाम 15 प्रतिशत बढ़े हैं।
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि उनका देश ओपेक की उत्पादन कम करने की पहल से तालमेल बैठाने को तैयार है।
- रूस ओपेक का सदस्य नहीं है। पुतिन के इस बयान के बाद तेल के दाम पिछले कई माह के उच्चस्तर पर पहुंच गए।
- मंगलवार सुबह यूरोपीय कारोबार में डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट दोनों के दाम 50 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर क्रमश: 51.31 और 53.04 प्रति डॉलर पर चल रहे थे।