नयी दिल्ली। आज के भागदौड़ भरे जीवन तथा प्रतिस्पर्धा की आपाधापी में पेशेवर लोग अक्सर कामकाज में अधिक संलिप्त हो जाते हैं, इसके कारण पेशेवरों के जीवन के हिस्से का प्रेम प्रभावित हो जाता है। ऐसे में अक्सर यह देखने को मिलता है कि एक साथ काम करने वाले लोग प्रेम करने लग जाते हैं। ऐसे प्रेम प्रसंग टिकाऊ भी होते हैं और कई बार ऐसे प्रसंग की परिणति विवाह के रूप में होती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि एक ही साथ काम कर रहे लोगों को प्रेम में पड़ने से पहले यह जरूर ध्यान में रखना चाहिये कि इससे हितों का टकराव हो सकता है।
स्टेलर सर्च की संस्थापक एवं चेयरपर्सन शैलजा दत्त ने कहा कि ईमानदारी से कहें तो ऑफिस में रोमांस रोक पाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अभी के कॉरपोरेट माहौल में कर्मचारी अपना अधिकांश समय ऑफिस में ही बिताते हैं। ऐसे में यह नैसर्गिक है कि वह अपने कार्यस्थल पर ही किसी सहकर्मी के साथ या अपने कार्य से संबंधित किसी व्यक्ति से प्रेम करने लग जाएं। स्टेलर में हमने पहले ऐसे कई कर्मचारियों को देखा है जो कंपनी में ही मिले और बाद में उन्होंने विवाह भी किया।
हालांकि उन्होंने कहा कि एक ही कंपनी या एक ही विभाग में काम करने वाले लोगों का प्रेम प्रसंग ठीक नहीं होता है क्योंकि इससे हितों का टकराव होता है। उन्होंने कहा कि हालांकि यदि आप किसी बड़े संस्थान में काम करते हैं और आप अलग विभागों में हैं जहां आपका आपस में संवाद नहीं होता है, यह बेहतर स्थिति होती है। मर्किटियर्स, इवेंट मोजाइक और विज प्लस की संस्थापक तथा लेखिका ओशिका लंब ने कहा कि आफिस में प्रेम प्रसंग को लेकर कंपनियों और कर्मचारियों को सजग रहना चाहिए।