नई दिल्ली। घरेलू विमान यात्रियों की संख्या अक्टूबर में एक साल पहले की तुलना में 57.21 प्रतिशत घटकर 52.71 लाख रह गई है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के बुधवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। कोरोना वायरस महामारी के बीच एयरलाइंस अपनी क्षमता से काफी कम पर परिचालन कर रही हैं, जिससे विमान यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है। अक्टूबर, 2019 में घरेलू विमान यात्रियों की संख्या 1.23 करोड़ रही थी। हालांकि, पैसेंजर लोड फैक्टर (पीएलएफ) यानी कुल क्षमता पर बुकिंग में लॉकडाउन हटने के बाद मांग बढ़ने से अक्टूबर में कुछ सुधार हुआ है। डीजीसीए का कहा है कि त्योहारी सीजन की वजह से भी पीएलएफ में सुधार आया है। नौ घरेलू एयरलाइंस का औसत पीएलएफ अक्टूबर में 59.2 रहा। स्टार एयर का पीएलएफ सबसे अच्छा 71.6 प्रतिशत रहा।
सार्वजनिक क्षेत्र की हेलिकॉप्टर कंपनी पवन हंस का पीएलएफ सबसे कम यानी 21.9 प्रतिशत रहा। अक्टूबर में सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने 4.94 लाख यात्रियों को यात्रा कराई। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के यात्रियों की संख्या 29.7 लाख रही। स्पाइसजेट के यात्रियों की संख्या 7.04 लाख और गोएयर की 3.95 लाख रही। डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार एयरएशिया ने अक्टूबर में 3.74 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। वहीं विस्तार के यात्रियों की संख्या 3.39 लाख रही। जहां तक उड़ानों के समय पर परिचालन का सवाल है, तो इस मामले में एयरएशिया सबसे आगे रही। चार प्रमुख महानगरों दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु से उसकी 98 प्रतिशत उड़ानों की आवाजाही समय पर हुई। इन हवाईअड्डों पर समय के मामले में एयर इंडिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। एयर इंडिया की उड़ानों का समय पर रवाना होने और आगमन का प्रतिशत 90.7 रहा।