नई दिल्ली। गैर निष्पादित आस्तियों (NPA) के लिए अतिरिक्त पूंजी का प्रावधान करने की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएटंल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 1,749.90 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में बैंक को 153.26 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 5,511 करोड़ रुपए हो गई, इसके मुकाबले पिछले साल इसी तिमाही में कुल आय 5,279.71 करोड़ रुपए रही थी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल गैर-निष्पादित अस्तियां, बैंक के कुल ऋण का 16.30 प्रतिशत रही, जो पिछले साल 12.36 प्रतिशत रही थी।
मूल्य के आधार पर सकल एनपीए 18,382.53 करोड़ रुपए से बढ़कर 26,431.86 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। बैंक की शुद्ध गैर-निष्पादित अस्तियां (एनपीए) उसके कुल ऋण का 9.44 प्रतिशत (14,128.29 करोड़ रुपए) रही, जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 8.93 प्रतिशत (2,748.16 करोड़ रुपए) रही थी।
इलाहाबाद बैंक ने बांड से 600 करोड़ रुपए जुटाए
सार्वजनिक क्षेत्र के इलाहाबाद बैंक ने बांड के निजी नियोजन से 600 करोड़ रुपए जुटाए हैं। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि उसने एटी 1 परपेच्युल बांड श्रृंखला तीन के निजी नियोजन से 600 करोड़ रुपए की अतिरिक्त टियर एक पूंजी जुटाई है। बांड पर सालाना कूपन दर 9.34 प्रतिशत है।