नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने गुरुवार को कहा कि उसका शुद्ध लाभ दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में 39.11 प्रतिशत उछलकर 201.66 करोड़ रुपए हो गया। मुख्य रूप से फंसा कर्ज कम होने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक का विलय अब पंजाब नेशनल बैंक में होने जा रहा है।
ओबीसी ने कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में बैंक को 144.96 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही में उसकी कुल आय 5,642.61 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,127.98 करोड़ रुपए थी।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में घटकर 12.64 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 15.82 प्रतिशत थी। ओबीसी की शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति आलोच्य तिमाही में 5.98 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 7.15 प्रतिशत थी।
केनरा बैंक का लाभ 3.8 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक का शुद्ध लाभ दिसंबर 2019 में समाप्त तीसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत बढ़कर 329.62 करोड़ रुपए हो गया। बैंक के फंसे कर्ज में कमी आने की वजह से मुनाफा बढ़ा है। एक साल पहले की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक को 317.52 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। केनरा बैंक ने गुरुवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा है कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय 14,001.63 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले इसी तिमाही में आय 13,513.35 करोड़ रुपए थी।
बैंक की शुद्ध गैर-निष्पादित परिंसपत्तियां (एनपीए) 2019-20 की दिसंबर तिमाही में कम होकर 5.05 प्रतिशत रही। वहीं 2018-19 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 6.37 प्रतिशत रहा था। इस दौरान, सकल एनपीए भी 10.25 प्रतिशत से गिरकर 8.36 प्रतिशत रह गया। मूल्य के आधार पर, शुद्ध एनपीए 26,591.07 करोड़ रुपए से घटकर 21,337.74 करोड़ रुपए रह गया। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 1,802.91 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक ने 1,977.34 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।