वाशिंगटन। भारत की तीन प्रमुख आईटी कंपनियां – इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और विप्रो, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की महत्वाकांक्षी कंप्यूटर विज्ञान परियोजना में शामिल हो गई हैं और उन्होंने 30 लाख डॉलर से अधिक का अनुदान देने का वादा किया है। ओबामा प्रशासन की सभी के लिए कंप्यूटर विज्ञान परियोजना, एक सार्वजनिक-निजी गठबंधन का हिस्सा है।
अमेरिका में टीचर्स को सैलरी देगी टीसीएस
ओबामा ने शनिवार को अपने साप्ताहिक संबोधन में ‘सभी के लिए कंप्यूटर विज्ञान’ योजना की घोषणा की और एक बदलती अर्थव्यवस्था में देश में सभी स्कूलों के सभी बच्चों को ‘मौलिक कौशल’ के तौर पर इस विषय को पढ़ाए जाने पर जोर दिया। जहां इन्फोसिस ने 10 लाख डॉलर दान करने का वादा किया, वहीं टीसीएस 27 अमेरिकी शहरों में अध्यापकों को अनुदान के रूप में सहयोग उपलब्ध करा रहा है। विप्रो ने मिशिगन युनिवर्सिटी की साझीदारी में बहुवर्षीय परियोजना के लिए 28 लाख डॉलर के अनुदान की घोषणा की है।
साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स पर जोर
वाइट हाउस ने बताया कि टीसीएस और इंफोसिस की ओर से दी जाने वाली मदद नेशनल साइंस फाउंडेशन की हाई-स्कूल के कंप्यूटर साइंस शिक्षकों को प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर ट्रेनिंग देने का हिस्सा होगी। अमेरिका साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स में शिक्षा की क्वालिटी में बड़ा सुधार लाना चाहता है।