नई दिल्ली। आईपीओ लाने की कतार में आज दो औऱ कंपनियां शामिल हो गयी हैं। निरमा समूह की इकाई नुवोको विस्टाज कॉरपोरेशन लि. और देवयानी इंटरनेशनल को आज सेबी की तरफ से आईपीओ लाने की अनुमति मिल गय़ी हैं। दोनो कंपनिय़ां मिल कर बाजार से 6400 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं।
नुवोको विस्टाज को आईपीओ लाने की मंजूरी
निरमा समूह की इकाई नुवोको विस्टाज कॉरपोरेशन लि. को पूंजी बाजार नियामक सेबी से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिल गयी है। कंपनी सीमेंट विनिर्माण से जुड़ी है। दी गयी जानकारी के अनुसार आईपीओ के तहत 1,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही प्रवर्तक नियोगी एंटरप्राइजेज़ अपनी तरफ से 3,500 करोड़ रुपये के शेयर बिक्री के लिये रखेंगी। नियामक के पास उपलब्ध सूचना के अनुसार नुवोको विस्टाज ने मई में आईपीओ के लिये प्रारंभिक दस्तावेज जमा किये थे। उसे 16 जुलाई को सेबी की टिप्पणियां प्राप्त हुई। आईपीओ या अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) और राइट इश्यू लाने के लिये सेबी की टिप्पणी जरूरी होती है। कंपनी आईपीओ के जरिये जुटायी गयी राशि का उपयोग कुछ कर्ज के भुगतान और कंपनी कार्यों में करेगी। नुवोको विस्टाज सीमेंट बनाने वाली कंपनी है। उसकी एकीकृत क्षमता 2.232 करोड़ टन सालाना है। उसके 11 सीमेंट कारखाने तथा पांच ग्राइंडिंग इकाइयां और एक ब्लेंडिंग इकाई है। पूर्व में लाफार्ज सीमेंट के नाम से चर्चित कंपनी के छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और हरियाणा में कारखाने हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, जेएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लि.और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स आईपीओ के लिये मर्चेन्ट बैंकर होंगे। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध होंगे। करसनभाई पटेल द्वारा गठित निरमा लि.विविध कारोबार से जुड़ा समूह है। कंपनी सर्फ, साबुन, सोडा एश, कास्टिक सोडा और अन्य रसायन के विनिर्माण से जुड़ी है। कंपनी ने 2011 में शेयर बाजार से सूचीबद्धता समाप्त कर ली थी।
देवयानी इंटरनेशनल जुटाएगी 1,400 करोड़ रुपये
पिज्जा हट, केएफसी तथा कोस्टा कॉफी की देश में सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी देवयानी इंटरनेशनल को भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) से 1,400 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी मिल गई है। दस्तावेजों के मसौदे के अनुसार, आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा प्रवर्तक तथा मौजूदा शेयरधारक 12,53,33,330 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे। देवयानी इंटरनेशनल ने सेबी के पास मई में आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराए थे। इस पर सेबी का निष्कर्ष 16 जुलाई को हासिल हुआ है। किसी कंपनी के लिए आईपीओ, अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) तथा राइट्स इश्यू के लिए सेबी का निष्कर्ष जरूरी होता है। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से 1,400 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।