नई दिल्ली। देश में लगातार अमीरों की संख्या बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2016-17 में 200 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति रखने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 283 हो गई है। वित्त वर्ष 2015-16 में ऐसे लोगों की संख्या 195 थी।
वित्त राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने राज्य सभा में बताया कि पिछले कुछ वर्षों से अमीरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2013-14 में 200 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति वाले व्यक्तिगत करदाताओं की संख्या 107 थी। 2014-15 में यह संख्या बढ़कर 134 हो गई।
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देश की नीतियां ऐसी हैं जिससे अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होते जा रहे हैं, इन आरोपों पर मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की नीतियां विकासोन्मुखी हैं और अमीर और गरीब के बीच अंतर को कम करने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाया जा रहा है और कालेधन को कम किया जा रहा है। नोटबंदी से सरकार को बहुत अच्छा राजस्व मिलने की उम्मीद है जिससे गरीबों के लिए मध्यम अवधि में और अधिक योजनाएं शुरू की जाएंगी।
एक अन्य सवाल के उत्तर में गंगवार ने बताया कि 1 मार्च 2017 तक 48,48,641 करदाताओं ने जीएसटी पोर्टल पर अपना पंजीयन कराया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी ने कर का दायरा बढ़ेगा और मजबूत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर से बेहतर कर अनुपालन में मदद मिलेगी।