मुंबई। देश की 92 प्रतिशत वयस्क आबादी के पास 10,000 डॉलर से कम की संपत्ति है और कुल वयस्क आबादी के 0.5 प्रतिशत के पास एक लाख डॉलर से अधिक संपत्ति है। स्विस ब्रोकरेज फर्म क्रेडिट सुइस ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आगे आने वाले सालों में संपत्ति में तेजी से इजाफा देखने को मिलेगा। साल 2022 तक मौजूदा संपत्ति-जो की 5,000 अरब डॉलर के करीब है- में 2,100 अरब डॉलर का इजाफा होगा। यह वर्तमान आंकड़े के 42 प्रतिशत से ज्यादा है।
क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट के मुताबिक, 2000 से 2017 के बीच कुल संपत्ति चार गुना बढ़कर साल 2017 के मध्य में 5,000 अरब डॉलर पर पहुंच गई। भारत की जनसंख्या अमेरिका की चार गुनी है, इसके बावजूद भारत की कुल संपत्ति अमेरिका के 90 साल के पहले के स्तर के बराबर है।
इसमें उम्मीद जताई गई है कि वास्तविक तौर पर साल 2022 तक संपत्ति 6,000 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच जाएगी, जो कि अमेरिका के 1963 के स्तर के बराबर होगी। क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि देश में 2022 तक करोड़पतियों की संख्या 3,70,000 हो जाएगी, जो कि वर्तमान में 2,45,000 से 50 प्रतिशत से अधिक है।
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