नई दिल्ली। एनटीपीसी ने सात फरवरी को राज्य में आई बाढ़ में जान गंवाने वाले उत्तराखंड के श्रमिकों के परिवारों को मुआवजा जारी करना शुरू कर दिया है। तपोवन विहार के स्वर्गीय नरेंद्र जी की पत्नी विमला देवी को 20 फरवरी को 20 लाख रुपये का पहला चेक सौंपा गया। तपोवन परियोजना के प्रमुख आर.पी. अहिरवार के नेतृत्व में एनटीपीसी की एक टीम ने सोमवार को विमला देवी से उनके घर पर मुलाकात की।
कंपनी के मुताबिक तपोवन टीम ने मुआवजे के वितरण के लिए सभी प्रक्रियाओं के काम को तेज कर दिया है। कंपनी ने अपने मृत श्रमिकों के परिवारों को राज्य सरकार द्वारा जारी ऐलान के अनुसार मुआवजा सौंपने का फैसला लिया है। इस बीच, सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए एनटीपीसी सहित कई एजेंसियों मिलकर काम कर रही हैं। आपदा की जगह पर आज लगातार नौवें दिन बचाव अभियान पूरी क्षमता के साथ जारी रहा।
एनटीपीसी की टीमें बचाव दलों की सहायता करके पूरे बचाव अभियान का प्रबंधन कर रही हैं, कंपनी ने हाई-एंड सबमर्सिबल स्लश रिमूवल पंपों सहित अन्य मशीनरी को एयरलिफ्ट किया है जिससे पूरे ऑपरेशन में तेजी लाई जा सके। एनटीपीसी ने कहा है कि तपोवन परियोजना सुनामी जैसी बाढ़ के प्रकोप से गुजरी। इस प्रक्रिया में, परियोजना की वजह से बैराज ने कई गांवों को बह जाने से बचा लिया।
एनटीपीसी ने तपोवन स्थल पर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने और प्रत्येक लापता श्रमिक के बारे में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करने के लिए एक कार्यबल की स्थापना की है। बचाव अभियान के लिए सभी आवश्यक मशीनरी वर्तमान में उपलब्ध हैं, जबकि किसी भी अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता को युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है।