नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC) ने अपनी सहायक इकाई एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड को 2022-23 में सूचीबद्ध करने की योजना बनाई है, ताकि वह 60 गीगावॉट स्थापित रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पाने के लिए आवश्यक धन जुटा सके। एनटीपीसी आरई ने 2032 तक 60 गीगावॉट रिन्यूएबल ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य तय किया है, जिसके लिए कुल 2.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।
सूत्र ने हालांकि एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के माध्यम से जुटाई जाने वाली राशि का खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि फर्म का इक्विटी घटक लगभग 50,000 करोड़ रुपये होगा और बाकी राशि लंबी अवधि के ऋण, ऋण पत्र, बांड और ऐसे अन्य तरीकों से जुटाई जाएगी। पिछले साल अक्टूबर में एनटीपीसी ने एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के नाम से अपने नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी का गठन किया था। इस सप्ताह की शुरुआत में एनटीपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने भी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड को सूचीबद्ध करने का संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि हम धन जुटाने के लिए केवल एक रास्ते पर ही केंद्रित नहीं होना चाहिए। हम धन जुटाने के लिए जल्द ही सूचीबद्ध होंगे।
एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड शुरुआत में हर साल लगभग 4000 मेगावॉट स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को जोड़ेगी, जो 2032 तक हर साल इसे बढ़ाकर 7000 से 8000 मेगावॉट किया जाएगा। सिंह ने भरोसा जताया है कि एनटीपीसी 2032 तक 60गीगावॉट के अपने लक्ष्य से अधिक क्षमता स्थापित कर लेगी।
सूत्रों ने बताया कि एनटीपीसी भविष्य में जीवाश्म ईंधन पर आधारित कोई भी ग्रीनफील्ड पावर जनरेशन क्षमता का विस्तार नहीं करेगी ऐसे में 2.5 लाख करोड़ रुपये की राशि से अगले 10 वर्षों में 60 गीगावॉट स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को हासिल करना बहुत आसान होगा। केंद्रीय बजट 2021 के मुताबिक एनटीपीसी का वार्षिक पूंजी खर्च 2021-22 के लिए 23,736 करोड़ रुपये है। 2019-20 में इसका वास्तविक खर्च 36,618.4 करोड़ रुपये था।
वर्तमान में एनटीपीसी ग्रुप के पास 1365 मेगावॉट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता है। कंपनी ने 2032 तक कुल 132गीगावॉट पावर जनरेशन क्षमता का लक्ष्य तय किया है, जिसमें 60गीगावॉट स्वच्छ ऊर्जा भी शामिल है। देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने 2032 तक नेट एनर्जी इंटेनसिटी में 10 प्रतिशत कटौती का भी लक्ष्य तय किया है।
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