नई दिल्ली। बिजली उत्पादन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी का एकल शुद्ध मुनाफा चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में 1.14 प्रतिशत कम होकर 2,588.14 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के मुताबिक मूल्यह्रास, कर्ज लागत और ईंधन पर खर्च बढ़ने की वजह से उसके मुनाफे में कमी आई है। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को यह जानकारी देते हुये कहा कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसने 2,618.17 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल किया था।
कंपनी के बयान के अनुसार उसका कुल राजस्व आलोच्य तिमाही (अप्रैल से जून 2018) में 11 प्रतिशत बढ़कर 22,839.98 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 20,541.93 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने कहा कि इस दौरान डेप्रिसिएशन, दाम घटने पर हुआ खर्च, रिण-परिशोधन की एवज में कंपनी ने पहली तिमाही में 1,860.15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 1,570 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान कंपनी का रिण लागत 895.60 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,219.93 करोड़ रुपये हो गई। वहीं ईंधन खर्च 11,940.11 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,118.74 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी के निदेशक मंडल ने 12 हजार करोड़ रुपये तक के सुरक्षित/असुरक्षित, भुनाने योग्य, करयुक्त/करमुक्त, समेकित/असमेकित गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने की भी मंजूरी दे दी। ये डिबेंचर अगले एक साल में जारी किये जाने हैं। इस दौरान कंपनी का सकल विद्युत उत्पादन पिछले साल के 64.41 अरब यूनिट से 7.45 प्रतिशत बढ़कर 69.21 अरब इकाई पर पहुंच गया। आलोच्य तिमाही में कंपनी की क्षमता इस्तेमाल 1.07 प्रतिशत कम होकर 77.98 प्रतिशत रह गया। जो कि एक साल पहले पहली तिमाही में 79.05 प्रतिशत पर था। अप्रैल से जून 2018 तिमाही में एनटीपीसी की प्रति यूनिट बिजली शुल्क 3.36 रुपये प्रति यूनिट रहा।