नई दिल्ली| देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक एनटीपीसी लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान अपने शुद्ध लाभ में 17 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है, जो उच्च स्तरों पर पहुंचे उत्पादन और बिजली की बेहतर मांग के कारण है। कंपनी ने वित्त वर्ष 202-22 की पहली तिमाही में 3,443 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि इसने वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के दौरान 2948.94 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
तिमाही के दौरान कुल आय पिछले वर्ष की समान अवधि में 26794.68 करोड़ रुपये की तुलना में 30390.6 करोड़ रुपये रही, जिसमें 13 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल-जून तिमाही में एनटीपीसी समूह ने पिछले वर्ष की पिछली तिमाही के 67.94 अरब यूनिट के मुकाबले 85.81 अरब यूनिट का सकल उत्पादन दर्ज किया। स्टैंडअलोन आधार पर, वित्त वर्ष 2022 के लिए एनटीपीसी का सकल उत्पादन पिछले वर्ष की पिछली तिमाही में 60.19 अरब यूनिट के मुकाबले 71.75 अरब यूनिट था। कोयला स्टेशनों ने 93.68 प्रतिशत उपलब्धता कारक के साथ 58.50 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 69.68 प्रतिशत का प्लांट लोड फैक्टर हासिल किया। एनटीपीसी समूह की वर्तमान स्थापित क्षमता 66,885 मेगावाट है।
इस साल जून में मानसून में देरी की वजह और तापमान में लगातार बढ़त से बिजली की मांग में तेज बढ़त देखने को मिली, इसके साथ तिमाही के दौरान देश भर में कारोबारी गतिविघियों में भी बढ़त देखने को मिली जिसका सीधा असर बिजली की मांग पर देखने को मिला। इसके साथ ही उत्पादन में भी तेज बढ़त देखने को मिली है। इस साल एनटीपीसी समूह ने 100 अरब यूनिट (बीयू) का कुल उत्पादन का स्तर जुलाई में ही पार कर लिया, ये स्तर पिछले साल अगस्त में देखने को मिला था। 66085 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 29 रिन्यूएबल परियोजनाओं सहित 71 बिजली स्टेशन हैं। एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगावाट (जीडब्ल्यू) अक्षय ऊर्जा (आरई) क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।