नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने बुधवार को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपने बहुप्रतीक्षित आईपीओ के दस्तावेज जमा कराए हैं। 10,000 करोड़ रुपए के अनुमान के साथ इसे मौजूदा समय का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है।
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के तहत मौजूदा शेयरधारक अपनी 20-25 प्रतिशत हिस्सेदारी ओएफएस के जरिये बेचेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस आईपीओ की वजह से एक्सचेंज का वैल्यूएशन 50,000-55,000 करोड़ रुपए बढ़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस आईपीओ का आकार 10,000 करोड़ रुपए हो सकता है।
- ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्ट्स (डीआरएचपी) को सेबी के पास एक्सचेंज द्वारा तय की गई समयसीमा 31 जनवरी 2017 से पहले जमा कराया गया है।
- बाजार को एनएसई के आईपीओ का बेशबरी से इंतजार है, क्योंकि मौजूदा वक्त का यह सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
- प्रतिद्वंदी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भी 1500 करोड़ रुपए जुटाने के लिए आईपीओ लाने की प्रक्रिया में है। उसने सितंबर में सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए हैं।
- इसके अलावा बीएसई द्वारा प्रवर्तित सीडीएसल ने भी मंगलवार को आईपीओ के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए हैं। इसकी योजना 3.5 करोड़ से ज्यादा शेयर बिक्री की है।
- वर्तमान में देश में केवल एमसीएक्स अकेला लिस्टेड एक्सचेंज है।
- इस साल जून में एनएसई ने आईपीओ लाने की घोषणा की थी और उसने कहा था कि वह जनवरी 2017 में दस्तावेज जमा करेगा।
- आईपीओ की तैयारी में जुटे एनएसई की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चित्रा रामकृष्णन ने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
- एनएसई ने सिटीग्रुप, मोर्गन स्टेनले, जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्यूरिटीज और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी को अपने आईपीओ के प्रबंधन के लिए नियुक्त किया है।