मुंबई: आंध्र प्रदेश सरकार के उपक्रम नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास निगम (एनआरईडीसीएपी) ने इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र की ढांचागत कंपनी आरएसीएनर्जी के साथ मिलकर तिरुपति में राज्य का पहला बैटरी अदला-बदली स्टेशन शुक्रवार को शुरू किया। इस स्टेशन पर पहले दिन डीजल-चालित पांच ऑटोरिक्शा में इलेक्ट्रिक किट लगाकर बैटरी-चालित ऑटोरिक्शा में परिवर्तित किया गया।
आरएसीएनर्जी की अदला-बदली वाली बैटरियों एवं रेट्रोफिट किट को परंपरागत ईंधन वाले वाहनों में लगाकर उन्हें इलेक्ट्रिक वाहन में बदला जा सकता है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इन स्टेशनों पर वाहन चालक डिस्चार्ज हो चुकी बैटरियों को चार्ज बैटरियों से दो मिनट के भीतर बदल भी सकेंगे। आरएसीएनर्जी के मुताबिक, उन्नत प्रौद्योगिकी की मदद से इस पूरी प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप को खत्म कर दिया गया है जिससे यह काफी सुरक्षित भी है।
कंपनी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस रमन रेड्डी ने कहा कि पायलट चरण के बाद अगले कुछ महीनों में करीब 200 डीजल वाहनों को इस प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की योजना है।
रेड्डी ने कहा कि चालकों के लिए यह आर्थिक रूप से भी फायदेमंद होगा। उन्होंने दावा किया कि इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील होने के बाद परिचालन लागत 30 प्रतिशत कम हो जाएगी और ड्राइवरों की आय बढ़ जाएगी। कंपनी तिपहिया वाहनों के लिए एक खास इलेक्ट्रिक पावरट्रेन के विकास में भी जुटी हुई है। पहले चरण में वह इन्हें रेट्रोफिट किट के तौर पर मुहैया करा रही है।