मुंबई। नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि उसने रुपे डेबिट कार्ड से लेनदेन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) को तर्कसंगत बना दिया है। नई दर 20 अक्टूबर 2019 से प्रभावी होगी। एनपीसीआई की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार डेबिट कार्ड के लेनदेन पर दी गई यह छूट सभी तरह के पाइंट आफ सेल (पीओएस) पर लागू होगी। इसके अलावा ईकॉम और भारतक्यूआर कोड आधारित मर्चेंट लेनदेन पर भी नई दर लागू होगी।
इसमें कहा गया है कि 2,000 रुपए से अधिक के लेनदेन पर एमडीआर को संशोधित कर 0.60 प्रतिशत कर दिया गया है। इसमें प्रति लेनदेन अधिकतम 150 रुपए लिया जायेगा। वर्तमान में 2,000 रुपए से अधिक के लेनदेन पर 0.90 प्रतिशत का एमडीआर लिया जाता है। इसमें अधिकतम सीमा प्रति लेनदेन 1,000 रुपए तय की गई थी। भारत क्यूआर यानी कार्ड आधारित क्यूआर लेनदेन पर एमडीआर को भी कम कर 0.50 प्रतिशत कर दिया गया है और अधिकतम एमडीआर 150 रुपए प्रति एमडीआर होगा।
एनपीसीआई के प्रबंध निदेशक और सीईओ दिलीप असबे ने कहा कि एमडीआर दर कम करने और अधिकतम सीमा को कम करने से अब कारोबारी डेबिट कार्ड से लेनदेन करने को प्रोत्साहित होंगे। अब तक ऊंची दर के कारण वह इसके जरिये लेनदेन से कतराते रहे हैं।