नयी दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने सब्सक्राइबर्स के लिए एक नवंबर से दो नई सुविधाओं की शुरुआत की है। शुक्रवार को औपचारिक क्षेत्र के कामगारों को अब सार्वभौमिक खाता संख्या (यूएएन) सृजित करने के लिए ऑनलाइन सुविधा पेश की। इससे कर्मचारी खुद से ही ऑनलाइन तरीके से यूएएन प्राप्त कर सकेंगे। सेवानिवृत्ति कोष संभालने वाली संस्था ईपीएफओ ने शुक्रवार को यह सुविधा पेश की। इस प्रकार कर्मचारियों को यूएएन के लिए अपने नियोक्ता यानी कंपनी पर निर्भर नहीं रहना होगा।
वर्तमान व्यवस्था में कर्मचारी को अपने नियोक्ता के माध्यम से यूएएन के लिए आवेदन करना होता है, जिससे उन्हें नौकरी बदलते समय पीएफ हस्तांतरण का दावा करने के झंझट से बच जाते हैं। कर्मचारी का यूएएन नंबर आजीवन वही बना रहता है, यह बदलता नहीं है। ईपीएफओ के अनुसार, सब्सक्राबर्स अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की वेबसाइट https://www.epfindia.gov.in पर जाकर UAN जेनरेट कर सकते हैं। जिससे पीएफ, पेंशन और जीवन बीमा लाभों के लिए उसका पंजीकरण हो जाता है। साथ ही कर्मचारी को यूएएन के लिए अपने नियोक्ता पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
डिजीलॉकर पर कर सकेंगे पीपीओ डाउनलोड
इसके अलावा ईपीएफओ ने 65 लाख पेंशनभोगियों के लिए पेंशन से संबंधित दस्तावेज जैसे पेंशन भुगतान आदेश, पेंशन पेमेंट ऑर्डर (पीपीओ) डिजिलॉकर में डाउनलोड करने की भी सुविधा शुरू की है। ईपीएफओ ने इलेक्ट्रॉनिक पीपीओ की डिपॉजिटरी तैयार करने के लिए नेशनल ई-गवर्नैंस डिविजन (एनईजीडी) के डिजीलॉकर का एकीकरण कर दिया है, जिसका फायदा पेंशनर्स उठा सकेंगे। यह ईपीएफओ द्वारा कागजरहित व्यवस्था की तरफ बढ़ाया गया एक कदम है।
श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने ईपीएफओ के 67वें स्थापना दिवस पर यहां इन दोनों सुविधाओं की शुरुआत की। साथ ही उन्होंने ई-इंस्पेक्शन भी लॉन्च किया जो ईपीएफओ का डिजिटल इंटरफेस है। बता दें कि ईपीओफओ के सब्सक्राइबर्स की संख्या 6 करोड़ से अधिक है। यह 12.7 लाख करोड़ रुपए से अधिक के कोष का प्रबंधन करता है।