नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अगले साल से हर राज्य के लिए अलग से मानसून का अनुमान जारी करेगा। फिलहाल आईएमडी जोन के हिसाब से अनुमान जारी करता है। इसके अलावा मौसम विभाग अब मंथली मॉडल्स भी जारी करेगा। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अमेरिका के अलावा कुछ दूसरे देशों के साथ मिलकर अब तक का सबसे अच्छा प्रिडिक्शन सिस्टम बनाने की कोशिश की जा रही है।
नेशनल मानसून मिशन पर 400 करोड़ होंगे खर्च
मौसम विभाग के सचिव एम. राजीवन ने कहा कि 2018-19 से दूसरे सीजन के बारे में अनुमान जारी किए जाएंगे। राजीवन के मुताबिक, नेशनल मानसून मिशन के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इस प्रोजेक्ट पर 400 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसका डायनेमिक मॉडल इस्तेमाल होना भी शुरू हो गया है। इसके लिए बड़े कंप्यूटर्स लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों के लिए अलग से अनुमान जारी होने से मानसून के बार में स्टीक जानकारी मिल सकेगी।
सब-जोन में बांटा जाएगा जोन
हर्षवर्धन ने कहा, मौसम विभाग अब मंथली मॉडल्स जारी करेगा। अभी ये प्रोग्राम एडवांस्ड स्टेज पर है लेकिन अगले 2 से 3 साल में इसे पूरी तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। गौरतलब है कि फिलहाल कुछ खास जोन के लिए डेली मॉनसून फोरकास्ट जारी होता है। सेंट्रल इंडिया, साउथ इंडिया और नॉर्थ-ईस्ट के लिए ये फोरकास्ट जारी किए जाते हैं। विभाग अब इन जोन को सब-जोन में बांटेगा और फिर इसके लिए प्रिडिक्शन जारी किए जाएंगे। इस प्रोग्राम को नेशनल मॉनसून मिशन या एनएमएम नाम दिया गया है। इस सिस्टम को तैयार करने लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटिओरोलॉजी पुणे की मदद ली जा रही है।