नई दिल्ली। रतन टाटा ने उन सभी खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा गया है कि उन्होने एक 17 साल के बच्चे द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। ट्वीट के जरिए रतन टाटा ने कहा उन्हे इस काम में मदद कर काफी खुशी हुई है। स्टार्टअप में उन्होने बेहद छोटा टोकन इनवेस्टमेंट किया है। रतन टाटा ने साफ किया कि इस स्टार्टअप में 50 फीसदी तो क्या उन्होने कोई भी हिस्सेदारी नहीं खरीदी है।
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने फार्मा स्टार्टअप जेनेरिक आधार में निवेश किया है। इस स्टार्टअप को मुंबई के थाणे में रहने वाले 17 साल के अर्जुन देशपांडे ने अप्रैल 2019 में शुरू किया था। फिलहाल ये साफ नहीं है कि रतन टाटा ने कितना निवेश किया है, हालांकि देर शाम के उनके ट्वीट से ये साफ हो गया है कि राशि प्रोत्साहन राशि के रूप में दी गई है।
जेनेरिक आधार गरीबो को किफायती दरों पर दवा उपलब्ध कराती है जिसके लिए वो बड़े दवा निर्माताओं से सीधे जेनेरिक दवा खरीदती है, औऱ इन्हे खुदरा दवा विक्रेताओं को बेचती है। कंपनी की सालाना आय 6 करोड़ रुपये है जिसे 3 साल में 150 से 200 करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य है।