मुंबई। सरकार धीरे-धीरे सिस्टम से 2000 के नोट कम करती जा रही है और शायद यही वजह है कि पिछले पूरे वित्त वर्ष यानि अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के दौरान 2000 रुपए का एक भी नोट सरकार की तरफ से सप्लाई नहीं किया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। सरकार ने लगभग दो साल से 2000 रुपए के नोटों की सप्लाई रोक दी है। वित्त वर्ष 2019-20 में भी 2000 रुपए के नोट की सप्लाई नहीं हुई थी।
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दरअसल बड़ा नोट होने की वजह से 2000 रुपए के नोट की फेक करेंसी मार्केट में उतरने की ज्यादा आशंका रहती है, शायद इसी वजह से सरकार ने अब मार्केट में 2000 रुपए के नोटों की सप्लाई बंद की है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 2000 रुपए के 8798 नकली नोट पकड़े गए हैं जिनकी कीमत लगभग पौने 2 करोड़ रुपए बैठती है। 2019-20 के दौरान 17020 और 2018-19 के दौरान 21847 नकली 2000 रुपए के नोट पकड़े गए थे, सरकार ने क्योंकि 2 साल से इनकी सप्लाई रोक दी है, ऐसे में पहले की तुलना में कम मात्रा में नकली 2000 रुपए के नोट पकड़े जा रहे हैं।
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रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान सरकार की तरफ से सबसे ज्यादा 500 रुपए के नोटों की सप्लाई हुई है और फिलहाल 500 रुपए के नोट ही सर्कुलेशन में सबसे ज्यादा है। 2020-21 में 500 रुपए के 1156.72 करोड़ नोटों की सप्लाई हुई है। इसके अलावा 200 रुपए के 151.06 करोड़, 100 रुपए के 372.70 करोड़, 50 रुपए के 138.87 करोड़, 20 रुपए के 385.20 करोड़ तथा 10 रुपए के 28.46 करोड़ मार्केट में सप्लाई किए गए हैं।
सिक्कों की अगर बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 5 रुपए और 2 रुपए के सिक्कों की सप्लाई कम हुई है जबकि 10 रुपए तथा 20 रुपए के सिक्कों की सप्लाई बढ़ी है। 2020-21 के दौरान 20 रुपए के 50.61 करोड़ तथा 10 रुपए के 58.52 करोड़ सिक्के सप्लाई किए गए हैं।