नई दिल्ली। शुक्रवार को सरकार ने नोटबंदी और नए नोटों से जुड़े दो बयान दिए। सरकार ने 2,000 रुपए के नए नोटों को वापस लेने की खबरों का खंडन किया है। वहीं सरकार ने यह भी कहा है कि नोटबंदी के दौरान मरने वालों की उसके पास कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है।
वित्म मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि 2,000 रुपए के नए नोट को वापस लेने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इसे नोटबंदी की घोषणा के बाद पेश किया गया था। इसके साथ ही 5,00 रुपए का नया नोट भी जारी किया गया था।
- जेटली ने आगे बताया कि 10 दिसंबर 2016 तक आरबीआई के पास बंद हो चुके 500 और 1000 रुपए के कुल 12.44 लाख करोड़ मूल्य के नोट जमा हुए हैं।
- उन्होंने बताया कि 3 मार्च 2017 तक देशभर में कुल 12 लाख करोड़ रुपए की नई मुद्रा चलन में आ चुकी है।
- 27 जनवरी तक यह आंकड़ा 9.921 लाख करोड़ रुपए का था।
- एक दूसरे प्रश्न के उत्तर में वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि नोटबंदी के बाद पुराने नोट बदलने और पैसा निकालने के दौरान हुई मौतों की सरकार के पास कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है।
- उल्लेखनीय है कि सरकार ने 8 नवंबर की रात अचानक 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी।
- इसके बाद जनता को 30 दिसंबर 2016 तक का समय पुराने नोट बदलने और बैंक में जमा करने का समय दिया गया था।
- वहीं बैंक खाते से पैसा निकालने पर आरबीआई ने कुछ प्रतिबंध भी लगाए थे, जिसे बाद में धीरे-धीरे खत्म कर दिया गया।