नई दिल्ली: दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोई बिजली कटौती नहीं हुई और बिजली की अधिकतम मांग बुधवार के 4,382 मेगावाट से घटकर 4,160 मेगावाट पर आ गयी। केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के अनुसार, 14 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम बिजली की मांग 8.9 करोड़ यूनिट (4,160 मेगावाट) थी, जिसे पूरा किया।
दिल्ली में बिजली आपूर्ति के बारे में शुक्रवार को ब्योरा जारी करते हुए कहा गया, ‘‘दिल्ली वितरण कंपनियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिजली की कमी के कारण कोई कटौती नहीं हुई, क्योंकि उन्हें आवश्यक मात्रा में बिजली की आपूर्ति की गई।’’ मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली बिजली वितरण कंपनियों को 14 अक्टूबर 2021 को दादरी स्टेज-I से भी 756 मेगावाट बिजली का आवंटन किया गया और 95 लाख यूनिट बिजली की पेशकश की गई। हालांकि, कंपनियों को अतिरिक्त आवंटन से बिजली लेने की जरुरत नहीं पड़ी।
आंकड़ों के अनुसार बिजली की अधिकतम मांग या एक दिन में सबसे अधिक आपूर्ति मंगलवार को 4,707 मेगावाट और बुधवार को 4,382 मेगावाट थी। इस प्रकार आंकड़ों से पता चलता है कि शरद ऋतु की शुरुआत के साथ बिजली की मांग में कमी आई है। मंत्रालय के अनुसार 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक महानगर में ऊर्जा की कोई कमी नहीं रही। गौरतलब है कि बिजली वितरण कंपनियों ने पिछले सप्ताह अपने ग्राहकों को आगाह किया था कि तापीय ऊर्जा संयंत्रों को कोयले की कम आपूर्ति के कारण उन्हें बिजली की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महानगर में बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली उत्पादन संयंत्रों को कोयले और गैस की पर्याप्त व्यवस्था करने में हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा था। हालांकि, केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने दिल्ली को कम बिजली आपूर्ति के दावों को खारिज कर दिया और केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को किसी भी कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।