नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की NTPC ने कहा कि फिलहाल शेयर की पुनर्खरीद की उसकी कोई योजना नहीं है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा, फिलहाल इस संदर्भ में कोई औपचारिक पत्राचार नहीं हुआ है न ही हमारी ओर से आगे कोई पुनर्खरीद की कोई योजना है।
इस बारे में विस्तार से बताते हुए कंपनी के निदेशक (वित्त) कुलमणि बिसवाल ने कहा, आप पुनर्खरीद की स्थिति तभी देखते हैं जब आपके पास पर्याप्त नकद भंडार (नष्क्रिय) हो या आपकी पूंजी व्यय की कोई योजना नहीं हो। उन्होंने कहा, हमारी 24,000 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं निर्माणधीन हैं जिसके लिए 1,00,000 करोड़ रुपए के पूंजी व्यय की जरूरत है। इसीलिए हमारी पूंजी व्यय योजना भी काफी ऊंची है।
चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) ने आगे कहा, काफी पूंजी व्यय हैं, हम 100 फीसदी प्राप्त करने में कामयाब रहे हैं। जहां तक परिचालन का सवाल है, कोई समस्या नहीं है। लेकिन विस्तार कार्यक्रम के लिए हम कर्ज लेना होगा। कंपनी ने कहा कि उसके पास शेयर की पुनर्खरीद के लिए पर्याप्त नकदी भंडार नहीं है। 31 मार्च 2016 की स्थिति के अनुसार कंपनी के पास नकदी भंडार करीब 4,000 करोड़ रुपए था।
कंपनी का पूंजी व्यय पिछले वित्त वर्ष में 25,737.59 करोड़ रुपए रहा जबकि एमओयू (सहमति पत्र) के तहत लक्ष्य 23,000 करोड़ रुपए था। चालू वित्त वर्ष के कंपनी के पूंजी व्यय का लक्ष्य 30,000 करोड़ रुपए है। कंपनी ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में वह कुल क्षमता 4,500 मेगावाट क्षमता का इजाफा करेगी जो पिछले वित्त वर्ष के 2,200 मेगावाट के मुकाबले दोगुना से अधिक है।
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NTPC 20,000 करोड़ रुपए जुटाएगी
सार्वजनिक क्षेत्र की NTPC ने कहा कि उसकी मौजूदा वित्त वर्ष में लगभग 20,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। NTPC के वित्त निदेशक कुलमनी बिस्वाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, कंपनी की मौजूदा वित्त वर्ष में 20,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। उन्होंने कहा कि 20,000 करोड़ रुपए में से 6000 करोड़ रुपए विदेशी बांड बाजार से जबकि 14000 करोड़ रुपए घरेलू बाजार से जुटाए जाएंगे।
NTPC के चेयरमैन गुरदीप सिंह ने कहा, कोल इंडिया द्वारा कीमतों में हाल ही की गई वृद्धि का कुछ असर होगा। हमारे आकलन के अनुसार यह असर लगभग 7.8 पैसे प्रति यूनिट होगा। हम कह सकते हैं कि कोल इंडिया द्वारा कीमतों में हालिया बढोतरी से 8 पैसे प्रति यूनिट का असर होगा, हालांकि राज्यों में यह राज्यवार निर्भर करेगा।
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