नई दिल्ली। कुछ प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम अपेक्षा से कम रहने के बावजूद आईटी उद्योग के संगठन नैसकॉम ने कहा कि समूचे वित्त वर्ष के लिए 10-12 फीसदी ग्रोथ अनुमान में किसी तरह की कटौती की कोई वजह नहीं है। नैसकॉम के अध्यक्ष आर चंद्रशेखर ने कहा कि उद्योग के लिहाज से वृद्धि समरूप वितरित रहेगी और आईटी सेवाओं के लिए मांग में कोई कमी नहीं है।
चंद्रशेखर ने कहा, नैसकॉम को नहीं लगता कि उद्योग के लिए सालाना अनुमान में कोई बदलाव किए जाने की जरूरत है। इस समय वृद्धि विभिन्न सेवाओं, भौगोलिक क्षेत्रों में समान रूप से वितरित है.. हमें बहुत ही वितरित वृद्धि दिख रही है। कंपनियों से मिलने वाली जानकारी के अनुसार उन्हें मांग में किसी कमी की आशंका नहीं है। इसलिए आईट सेवाओं की मांग में कोई कमी नहीं है। गौरतलब है कि प्रमुख आईटी कंपनी इन्फासिस व विप्रो ने हाल ही में अपने त्रैमासिक वित्तीय परिणामों की घोषणा की जो कि बाजार की अपेक्षा के अनुरूप नहीं थे।
एच1बी वीजा अब उतना महत्वपूर्ण नहीं है: नैस्कॉम
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम ने नए अमेरिकी आव्रजन विधेयक के संभावित नुकसानदेह असर से जुड़ी आशंका को खारिज किया जिसके तहत भारतीय कंपनियों को सीमित एच1बी वीजा जारी करने का प्रस्ताव किया गया है। नैस्कॉम के अध्यक्ष सी पी गुरनानी ने कहा, ऐसा वीजा प्रौद्योगिकी के इस दौर में अब उतना महत्वपूर्ण नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के इस दौर में कंपनियां उत्पाद और सेवा आपूर्ति के लिए उपकरणों को उपयोग करेंगी।