नयी दिल्ली। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से पैसे भेजना या प्राप्त करना मुफ्त बना रहेगा। एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि एक जनवरी, 2021 से यूपीआई के जरिये पैसा भेजने या प्राप्त करने पर शुल्क लगाये जाने की रिपोर्ट गलत है।
फिलहाल, यूपीआई के जरिये लेन-देन पर कोई शुल्क नहीं लगता। एनपीसीआई सुगम और निरंतर यूपीआई लेनदेन की व्यवस्था जारी रखेगी। वर्ष 2008 में गठित एनपीसीआई भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली के लिये विभिन्न संस्थानों को सुविधा देने वाला संगठन है।
बता दें कि, मीडिया में 5 नवंबर 2020 के बाद से खबर दी जा रही थी कि देश भर में एनपीसीआई ने पिछले दिनों ही नए साल पर थर्ड पार्टी ऐप के ऊपर 30 फीसदी का कैप लगाने का फैसला किया है। एनपीसीआई के इस फैसले से ऐमजॉन, Google Pay, Phonepe जैसे थर्ड पार्टी ऐप के यूज करने पर यूजरों को अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा। पेटीएम इस दायरे में नहीं है।
एनपीसीआई ने अपने एक बयान में कहा है कि इस फेक खबर में कोई सच्चाई नहीं है। कॉरपोरेशन ने लोगों से इस तरह की भ्रामक खबरों से सचेत रहने को कहा है। उसका कहना है कि इस तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है और लोगों को बिना किसी चिंता के यूपीआई ट्रांजैक्शन जारी रखना चाहिए। कॉरपोरेशन ने साथ ही कहा है कि उसने 5 नवंबर को जो प्रेस रिलीज जारी की थी, उसकी प्राइसिंग या चार्ज से कोई लेना देना नहीं था।