नई दिल्ली। खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एनएमडीसी और मैगनीज खनन कंपनी मॉयल का 8,400 करोड़ रुपए का शेयर बायबैक कार्यक्रम अगले सप्ताह 19 सितंबर को खुलेगा। नियामकीय जानकारी में कंपनी ने कहा है कि बायबैक से होने वाली प्राप्ति का बड़ा हिस्सा सरकार के खजाने में जाएगा। दोनों ही उपक्रमों में सरकार की 80 फीसदी हिस्सेदारी है। सरकार की नजर अपने विनिवेश कार्यक्रम पर है। चालू वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने 56,600 करोड़ रुपए का विनिवेश लक्ष्य तय किया है।
दोनों कंपनियों ने अलग-अलग भेजी नियामकीय जानकारी में शेयरों की पुनर्खरीद के लिए पेशकश पत्र भेजा है। बायबैक पेशकश 19 सितंबर से 30 सितंबर 2016 तक खुली रहेगी। आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्युरिटीज इस पेशकश के लिए प्रबंधक की भूमिका निभाएगा। देश के सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन कंपनी एनएमडीसी 80.08 करोड़ शेयरों को बाजार से वापस खरीदेगी। यह संख्या उसकी कुल चुकता पूंजी का 20.20 प्रतिशत है। यह खरीद 94 रुपए के भाव पर की जाएगी। इससे कुल मिलाकर 7,527.76 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे जाएंगे।
दूसरी तरफ मॉयल 3.48 करोड़ तक शेयरों की पुनर्खरीद करेगी। ये शेयर कंपनी की चुकता पूंजी का 20.72 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। शेयरों की खरीद 248 रुपए के भाव पर होगी, जिससे कुल 863.34 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। मार्च 2015 की समाप्ति पर एनएमडीसी के पास 18,443 करोड़ रुपए, नाल्को के पास 4,628 करोड़ रुपए और मॉयल के पास 2,830 करोड़ रुपए की नकद शेष राशि उपलब्ध थी।