वॉशिंगटन। भारत बुनियादी ढ़ांचे के आधुनिकीकरण को लेकर नई प्रौद्योगिकी के लिए अमेरिका से सहयोग लेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी इस सिलसिले में अमेरिका के टॉप अधिकारियों से मिलेंगे। साथ ही वह प्रमुख क्षेत्र में अरबों डॉलर के निवेश के लिए उद्योग जगत के प्रमुखों के साथ भी बैठकें करेंगे। एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा के दौरान गड़करी राजमार्ग परियोजनाओं, निर्माण सामग्री, उपकरण, सुरंग निर्माण, स्मार्ट परिवहन प्रणाली (आईटीएस), सड़क सुरक्षा और प्रशिक्षण संस्थान के संदर्भ में नई से नई प्रौद्योगिकी के लिए अमेरिका से सहयोग की मांग करेंगे।
सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्री के रूप में गडकरी की यह पहली अमेरिका यात्रा है और वह कल परिवहन मंत्री एंथनी फाक्स से मिलेंगे। अधिकारियों के अनुसार एंथनी के साथ बैठक में वह भारत में सड़क एवं राजमार्ग क्षेत्र में नीतिगत सुधारों के लिए उठाए गए उल्लेखनीय कदमों की जानकारी देंगे। गड़करी अमेरिकी परिवहन मंत्री को वाहनों में प्रदूषण मानक बीएस-4 से सीधे बीएस-6 की छलांग के बारे में भी बताएंगे। बीएस-6 को 2020 से लागू किया जाना है। वाहनों के लिए वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने पर जोर, ईंधन में एथेनॉल मिलाने का कार्यक्रम तथा कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में कमी को उच्च प्राथमिकता देंगे। इसके अलावा कारों के लिए ईंधन दक्षता नियमों को अधिसूचित करना तथा दिसंबर 2016 तक भारी वाहनों के लिये ईंधन दक्षता नियम अधिसूचित करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम भी बातचीत में प्रमुखता से उठेगा।
गडकरी भारत-अमेरिकी चैंबर्स, जेपी मोर्गन, गोल्डमैन साक्श और अन्य व्यापार मंचों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। ये कार्यक्रम वाशिंगटन, न्यूयार्क तथा सैन फ्रांसिस्को में होंगे। इन कार्यक्रमों में बुनियादी ढांचा से जुड़ी अमेरिकी कंपनियां भाग लेंगी। बातचीत के दौरान वह अमेरिकी कंपनियों को भारत में विशेषकर राजमार्ग परियोजनाओं, भारतमाला परियोजनाओं, सुरंग परियोजनाओं, स्मार्ट परिवहन प्रणाली में व्यापार के अवसर तलाशने का निमंत्रण देंगे। वह अमेरिकी निवेशकों को बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिये दिये जा रहे राजकोषीय प्रोत्साहन के साथ स्वत: मार्ग से 100 फीसदी एफडीआई के बारे में भी जानकारी देंगे। भारत अगले पांच साल में राजमार्ग क्षेत्र में करीब 150 अरब डॉलर के निवेश की उम्मीद कर रहा है।