Thursday, November 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. देश के विशाल विदेशी मुद्रा भंडार का इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट में हो उपयोग, गडकरी ने दिया जोर

देश के विशाल विदेशी मुद्रा भंडार का इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट में हो उपयोग, गडकरी ने दिया जोर

गडकरी ने कहा कि वह भारत में बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) से बात कर रहे हैं, लेकिन वह उनकी प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: August 11, 2021 17:00 IST
 Nitin Gadkari pitches for using RBI's rising forex reserves for infrastructure development- India TV Paisa
Photo:NITINGADJKARI@TWITTER

 Nitin Gadkari pitches for using RBI's rising forex reserves for infrastructure development

नई दिल्‍ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को सड़क परियोजनाओं के वित्तपोषण में भारतीय रिजर्व बैंक के बढ़ते विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल करने की खातिर नीति बनाने की वकालत करते हुए कहा कि देश को ऐसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए कम लागत वाले वित्त की जरूरत है। उद्योग संगठन सीआईआई के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के पास भी विद्युत मंत्रालय के विद्युत वित्त निगम (PFC) की तरह एक वित्तीय शाखा होनी चाहिए।

गडकरी ने कहा कि देश में हमारे पास डॉलर का अधिशेष है। मैंने रिजर्व बैंक के गवर्नर से बात करने का फैसला किया है कि हम एक नीति कैसे तैयार कर सकते हैं जिसके द्वारा हम देश में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए इस विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग कर सकें। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.427 अरब डॉलर बढ़कर 620.576 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। हाल ही में, संसद की एक समिति ने भी यह सुझाव दिया था कि भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हाल के दिनों में काफी वृद्धि हुई है और भारतीय रिजर्व बैंक के पास विदेशी भंडार की पर्याप्त उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए, दीर्घकालिक सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए अधिशेष धन के उपयोग की संभावना पर विचार कर सकता है।

गडकरी ने कहा कि वह भारत में बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) से बात कर रहे हैं, लेकिन वह उनकी प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें कुछ वित्तीय संस्थानों की जरूरत है, जो बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए ब्याज लागत को कम कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय रेलवे को भारतीय रेलवे वित्त निगम (आईआरएफसी) मिला है, विद्युत मंत्रालय को विद्युत वित्त निगम मिला है लेकिन एनएचएआई की कोई वित्तीय शाखा नहीं है। गडकरी ने सुझाव देते हुए कहा कि हमे एक संस्थान की जरूरत है जिसमें एनएचएआई की हिस्सेदारी हो और साथ ही वित्तीय संस्थान की हिस्सेदारी भी उसमें हो। ऐसे संयुक्त उद्यम के साथ हम नीति बना सकते हैं।

उन्‍होंने यह भी सुझाव दिया है कि 2 प्रतिशत बैंक परफॉर्मेंस गांरटी के स्‍थान पर संपूर्ण परियोजना को बीमित किया जा सकता है और सड़क मंत्रालय का प्रस्‍ताव आईआरडीएआई और वित्‍त मंत्रालय के समक्ष लंबित है। गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय राजमार्ग परियोजनाओं के मौद्रिकरण के जरिये 1 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है।

यह भी पढ़ें: Personal Loan के लिए करें इन 5 आसान टिप्‍स को फॉलो, एप्‍लीकेशन नहीं होगी कभी रिजेक्‍ट

यह भी पढ़ें: Indian Railways यात्रियों के लिए लेकर आया खुशखबरी,

यह भी पढ़ें: अनिल अंबानी को मिली बड़ी राहत

यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने अगर नहीं की सख्‍त कार्रवाई तो इस सरकारी कंपनी में भ्रष्‍टाचार होगा नियंत्रण से बाहर

यह भी पढ़ें: 2000 रुपये की 9वीं किस्‍त मिलने के अगले दिन आई लाखों किसानों के लिए बुरी खबर, खुद कृषि मंत्री ने संसद में कही ये बात

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement