नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को हरियाणा में 20,000 करोड़ रुपये की 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी। ये परियोजनाएं नये आर्थिक गलियारे से जुड़ी हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये अपने संबोधन में कहा कि नये आर्थिक गलियारा में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किया जाएगा। इसका मकसद हरियाणा से पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लिये बेहतर संपर्क व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘इन राजमार्गों से बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा विकास का रास्ता साफ होगा और किसानों को बेहतर बाजार पहुंच मिलेगा।’’ कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की। इस डिजिटल समारोह में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के.सिंह, हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, रतन लाल कटारिया, एनएचएआई के चेयरमैन एस.एस.संधू, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और हरियाणा राज्य सरकार के कई अधिकारी मौजूद थे।
इन 11 परियोजनाओं में तीन का उद्घाटन किया गया। ये परियोजनाएं हैं 1183 करोड़ रुपये की लागत वाली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या (एनएच) 334बी के रोहना/हसनगढ़ से झज्जर खंड तक 35.45 किलोमीटर लंबे 4 लेन मार्ग, 857 करोड़ रुपये की लागत वाली एनएच 71 के पंजाब-हरियाणा सीमा से जींद खंड तक 70 किलोमीटर लंबे मार्ग को 4 लेन किया जाना और 200 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 709 पर पेव्ड शोल्डर्स के साथ 85.36 किलोमीटर के 2 लेन जींद-करनाल मार्ग का निर्माण। इसके अलावा 17,000 करोड़ रुपये की लागत वाली आठ परियोजनाओं की आधारशिला रखी गयी। इसमें 8,560 करोड़ रुपये की लागत से इस्माइलपुर से नारनौल तक 6 लेन के 227 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, 1,524 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 352 डब्ल्यू के 46 किलोमीटर लंबे 4 लेन गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी खंड, 928 करोड़ रुपये की लागत से 14.4 किलोमीटर लंबे 4 लेन रेवाड़ी बाईपास परियोजाएं शामिल हैं। इस मौके पर खट्टर ने कहा कि सड़क संपर्क सुधरने से औद्योगिक वृद्धि को गति मिलेगी और राज्य में विकास की रफ्तार तेज होगी।
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गडकरी ने कहा कि इन परियोजनाओं से हरियाणा की प्रगति को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि जींद के रास्ते दिल्ली-अमृतसर-कटरा राजमार्ग और दिल्ली-मुंबई राजमार्ग परियोजनाओं से निर्माण से भी हरियाणा को लाभ होगा। मंत्री ने कहा, ‘‘ये राजमार्ग परियोजनएं देश के विकास के लिये महत्वपूर्ण हैं। चाहे पंजाब हो, हरियाणा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर, देश के पश्चिमी भागों से बेहतर संपर्क सुविधा से औद्योगिक वृद्धि को और गति मिलेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं से बड़े शहरों में भीड़-भाड़ कम होगी और यात्रा में लगने वाले समय में भी कमी आएगी परियोजनाओं से समय, ईंधन और लागत की बचत होगी, साथ ही राज्य के पिछड़े इलाकों में विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।’’