नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) से कारोबार दक्षता में सुधार के लिये छतों पर सौर संयंत्र लगाने को लेकर सस्ती दर पर मिलने वाली कर्ज योजना के लिये आवेदन करने का अनुरोध किया। डिजिटल तरीके से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमएसएमई और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि छतों पर लगाये जाने वाले सौर संयंत्र एमएसएमई के लिये लाभकारी हैं।
इससे बिजली खपत की लागत काफी हद तक कम हो जाएगी। औसतन उनके परिचालन लागत का 20 प्रतिशत हिस्सा बिजली का ही है। एमएसएमई को छतों पर सौर संयंत्र लगाने में मदद के लिये मंत्रालय ऋण गारंटी कार्यक्रम के लिये विश्वबैंक के साथ काम कर रहा है। इसका मकसद एमएसएमई के लिये वित्त सुलभ कराना है। उन्होंने कहा, ‘‘बड़े संयंत्रों से उत्पादित सौर बिजली की दरें 1.9 रुपये प्रति यूनिट तक आ गयी हैं। इसको देखते हुए एमएसएमई को अपने ऊर्जा खर्च में कमी लाने के लिये इस अवसर का उपयोग निश्चित रूप से करना चाहिए।’’
विश्वबैंक ने 2016 में ‘सोलर रूफटॉफ’ वित्त पोषण कार्यक्रम शुरू किया था। इसका क्रियान्वयन भारतीय स्टेट बैंक कर रहा है। गडकरी ने कहा, ‘‘मैं एमएसएमई से अनुरोध करता हूं कि वे अपने पास की एसबीआई शाखा में जाएं और इस योजना का लाभ उठायें।’’