नई दिल्ली। नीति आयोग हर साल विभिन्न कार्यक्रमों, अभियान और सेमिनार का आयोजन कर अपने काम का प्रचार प्रसार करेगा। इस आयोजन के लिए आयोग क्रिएटिव सामग्री तैयार करने वाली रचनात्मक और डिजिटल प्रचार-प्रसार करने वाली दो अलग अलग फर्मों के साथ अनुबंध करेगा।
क्रिएटिव एजेंसी नीति आयोग के साथ मिल कर उसकी सम्पूर्ण विपणन एवं संवाद योजना तय करेगी। आयोग ने अनुरोध प्रस्ताव में कहा, इसका मकसद नीति आयोग के लिये संवाद प्रबंधन तथा कामों के प्रचार प्रसार के लिये रचनात्मक एजेंसी की सेवा लेना है।
इसमें कहा गया है, नीति आयोग एक महीने में औसतन चार कार्यक्रम (सम्मेलन) सेमिनार आयोजित करेगी। इस प्रकार से साल में बड़े और छोटे कार्यक्रमों की संख्या 48 होगी।
एजेंसी को नीति आयोग के अधीन आने वाले कार्यालयों एवं उसकी समय-समय पर पहल के लिये संचार एवं विपणन योजना बनाने की आवश्यकता होगी।
नीति आयोग के अनुसार डिजिटल प्रचार-प्रसार एजेंसी के पास सप्ताह में दो ब्लाग पोस्ट के लिये सामग्री तैयार करने की जिम्मेदारी होगी।
आयोग ने कहा, इसके अलावा ब्लाग का प्रचार-प्रसार करने की जरूरत होगी। प्रचार-प्रसार एजेंसी प्रचार-प्रसार के लिये कोई रचनात्मक सामग्री सृजित नहीं करेगी। सभी रचनात्मक कार्य रचनात्मक एजेंसी करेगी। वह सामग्री का उपयोग कर डिजिटल प्लेटफार्म पर उसका प्रचार-प्रसार करेगी।
नीति आयोग ने बोली लगाने वाली एजेंसियों को आयोग की ब्रांडिंग से संबद्ध प्रस्तावित रचनात्मक सामग्री 12 जुलाई को पेश करने को कहा है।
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