नई दिल्ली। देश के युवा आंप्रेन्योर में उत्सुकता, रचनात्मकता व कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग ने देश में पहले 10 अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) की स्थापना का फैसला किया है। इसके लिए आयोग ने दुनिया की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनी Intel इंडिया के साथ दो साल के स्टेट ऑफ इंटेंट (एसओआई) पर हस्ताक्षर किए हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) के हिस्से के तहत इस समझौते से स्कूलों में प्रयोगशालाओं का निर्माण होगा, जिनका उद्देश्य 12-18 साल के छात्रों में कंप्यूटेशनल थिंकिंग, एडेप्टिव लर्निग, फिजिकल कंप्यूटिंग तथा एक डिजाइन मानसिकता का विकास करना होगा।
डिजिटल इंडिया को मिला Intel का साथ, शुरु किए 3 नए प्रोजेक्ट्स
इस योजना के तहत 5 साल की अवधि में देशभर के स्कूलों व समुदायों में 500 एटीएल के निर्माण में 1.5 करोड़ डॉलर खर्च होंगे और पहले 10 एटीएल बाकी 490 के लिए एक उदाहरण का काम करेंगे। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बताया कि अटल टिंकरिंग लैब्स स्कूली छात्रों को औजारों व उपकरणों के साथ काम करने का मौका मिलेगा, जिससे अविष्कार को बढ़ावा मिलेगा।
रेलटेल की नई ब्राडबैंड सेवा, भोपाल रेलवे स्टेशन पर शुरू हुई मुफ्त वाई-फाई सर्विस
इंटेल कॉरपोरेशन में उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट मामले) व इंटेल फाउंडेशन के अध्यक्ष रोसालिंड हुडनेल ने कहा कि समस्त देश में टिंकरिंग लैब्स स्थापित करने के लिए अटल इनोवेशन मिशन का हिस्सा होने पर हमें गर्व है। इससे देश भर के लाखों बच्चों को कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी, ताकि वे भविष्य के प्रतियोगी माहौल के लिए तैयार हो सकें।