नई दिल्ली। नेस्ले इंडिया ने सोमवार को अपनी लोकप्रिय मैगी नूडल्स को भारतीय बाजार में एक बार फिर से लॉन्च किया है। नेस्ले अपनी खोए हुए मैगी की मार्केट को वापस पाने और लोगो कि पहली पसंद बनाने के लिए पूरी तैयारी के साथ बाजार में आया है। मैगी पर पांच महीने पहले कथित तौर पर लेड की मात्रा अत्यधिक होने के कारण प्रतिबंध लगा दिया गया था। लॉन्च स्विट्जरलैंड की प्रमुख खाद्य कंपनी ने इसे बाजार में लाने के लिए ऑनलाइन कंपनी स्नैपडील के साथ भागीदारी की है।
नेस्ले इंडिया ने लॉन्च की मैगी
नेस्ले ने कहा कि मैगी का रोलआउट आज शुरू हो गया है। कंपनी ने कहा कि हमारे लिए यह चुनौतीपूर्ण भरा समय है और इसलिए मैगी को दोबारा लॉन्च करना संतोष जनक है। फिलहाल आठ राज्यों में मैगी के बिक्री पर प्रतिबंध इसके कारण इन राज्यों में अभी सप्लाई नहीं की जाएगी। ज्यादातर राज्यों में मैगी नूडल्स की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं है। जिन राज्यों में विशेष निर्देश की जरूरत है वहां हम सरकार से बात-चीत कर रहे हैं। नेस्ले अपने दो अन्य प्लांट तहलीवाल (हिमाचल प्रदेश) और पंतनगर (उत्तराखंड) में भी मैगी का उत्पादन शुरू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी फिलहाल तीन प्लाटों – नंजनगढ़ (कर्नाटक), मोगा (पंजाब) और बिचोलिम (गोवा) – में मैगी नूडल का उत्पादन कर रही है।
जांच में सभी सैंपल पास
पिछले हफ्ते नेस्ले ने कहा था कि सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं की जांच में मैगी के सभी नए सैंपल को सुरक्षित पाया गया है। कंपनी के तीनों प्लांट में नए विनिर्मित बैच के सभी सैंपल एनएबीएल से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में सुरक्षित पाए गए हैं। कंपनी ने बताया कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने बिक्री शुरू करने से पहले यह जांच कराने की शर्त रखी थी। नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं में 20 करोड़ से ज्यादा पैक के लिए 3500 से अधिक टेस्ट करवाएं हैं और सभी में मैगी को मानव उपयोग हेतु सुरक्षित पाया गया है।
सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 60 फीसदी घटा
सितंबर तिमाही में मैगी के बाजार में ना होने के कारण नेस्ले इंडिया के मुनाफे में भारी गिरावट दर्ज की घई। तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 60 फीसदी घटकर 124.2 करोड़ रुपए रह गया, जो कि पिछले साल के समानअवधि के तीसरी तिमाही में 311.3 करोड़ रुपए रही थी। इस दौरान नेस्ले की कुल बिक्री 32.10 फीसदी गिरकर 1736.2 करोड़ रुपए रही। कंपनी ने कहा कि मैगी पर प्रतिबंध से तीसरी तिमाही में 15.32 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।