मुंबई। मैगी संकट के बाद अब नेस्ले इंडिया अपने इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड की मांग बढ़ाने के लिए आक्रामक तरीके से काम कर रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारा मैगी के लिए दो अंकीय वृद्धि का लक्ष्य है। इसके अलावा कंपनी डिजिटल मीडिया पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। साथ ही कंपनी अपने अन्य उत्पादों को भी आगे बढ़ा रही है जिससे सभी का कंपनी के कुल रेवेन्यु में समान योगदान रहे।
प्रतिबंध से नेस्ले को 450 करोड़ रुपए का नुकसान
नेस्ले इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायण ने कहा, 2015 की आखिरी तिमाहियों के नतीजे मैगी मुद्दे की वजह से प्रभावित हुए हैं। हालांकि, हम दस प्रतिशत की अधिक वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह खपत में वास्तविक वृद्धि से हासिल होगी। जून से कंपनी को मैगी पर प्रतिबंध की वजह से 450 करोड़ रुपए की चोट झेलनी पड़ी। साथ ही उसने 30,000 टन से अधिक इंस्टैंट नूडल्स को नष्ट किया। पांच माह के प्रतिबंध के बाद मैगी को नवंबर में फिर उतारा गया है। फिलहाल यह 700 शहरों में तीन लाख छोटे और बड़े दुकानदारों के पास उपलब्ध है।
मैगी को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर
सुरेश नारायण ने कहा, हम इस उत्पाद को पेश करने के लिए उल्लेखनीय निवेश कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उपभोक्ताओं को इस बात की जागरूकता रहे कि मैगी नूडल्स खाने के लिए सुरक्षित है। कंपनी मैगी के अलावा अन्य श्रेणियों मसलन दुग्ध उत्पाद तथा चॉकलेट्स आदि को भी आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।