नई दिल्ली। उद्यमी नेस वाडिया और उनसे जुड़ी चार कंपनियों ने बाजार नियामक सेबी के साथ खुलासा नियमों के तहत बरती गई खामियों के मामलों का निपटारा कर लिया है। नेस वाडिया ने अपनी गिरफ्तारी और एक जापानी अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बारे में समय पर जानकारी नहीं दी थी। सेबी ने इस मामले में खुलासा नियमों के तहत कार्रवाई शुरू की थी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पांच अलग-अलग आदेशों में कहा है कि निपटान शुल्कों के तौर पर कुल 1.1 करोड़ रुपए के भुगतान के बाद मामले का निपटान कर लिया गया है। वाडिया के साथ जिन चार कंपनियों ने सेबी के साथ मामले का निपटारा किया है, उनमें ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बांबे डाईंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, नेशनल पेरोक्साइड लिमिटेड और बांबे बुमराह ट्रेडिंग कार्पोरेशन लिमिटेड शामिल हैं।
सेबी ने इन कंपनियों के मामले का निपटान नियमों के तहत निपटारा करने का अग्रह किए जाने पर प्रस्तावित निर्णय प्रक्रिया को निपटाने पर सहमति जता दी। वाडिया को जापान में मार्च 2019 में न्यू चिंटोस हवाईअड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद जापान की एक अदालत ने उन्हें दो साल की जेल की सजा सुनाई। हालांकि बाद में जेल की सजा को अमली जामा पहनाने के मामले में पांच साल के लिए निलंबित कर दिया गया।
वाडिया अपनी गिरफ्तारी और जापानी अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बारे में समय पर जरूरी जानकारी देने में असफल रहे थे।