नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि अगले महीने भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापार समझौते पर औपचारिक बातचीत फिर से शुरू होने से दोनों पक्षों के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। भारत और ईयू के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत मई 2013 से अटकी पड़ी है। उस समय दोनों पक्ष आईटी क्षेत्र के लिये डेटा सुरक्षा समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेदों को दूर करने में विफल रहे। 27 सदस्यीय समूह के साथ बातचीत जून 2007 में शुरू हुई थी।
पुर्तगाल के विदेश मंत्री अगस्तो सैंतोस सिल्वा के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान सीतारमण ने कहा कि भारत और ईयू के बीच आठ मई को पोर्तो (पुर्तगाल) में शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापार और निवेश समझौतों पर औपचारिक बातचीत फिर से शुरू होना पुर्तगाल की अगुवाई में ईयू परिषद की उल्लेखनीय सफलता होगी। वित्त मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘वित्त मंत्री सीतारमण ने बातचीत के दौरान आपसी भरोसे और समान प्रतिबद्धता के साथ मजबूत आर्थिक और वित्तीय संपर्कों के आधार पर ऐतिहासिक द्विपक्षीय रिश्तों के निर्माण की जरूरत पर भी बल दिया।’’ बैठक के दौरान वित्त मंत्री ने हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर एक-दूसरे देश की यात्रा के महत्व को रेखांकित किया। इससे दोनों देशों के बीच कई समझौतों के रास्ते साफ हुए और उसके अच्छे परिणाम सामने आये। इससे दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध को 21वीं सदी की आधुनिक भागीदारी में बदलने में मदद मिली है।