मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहत व पुनर्वास से हटकर कृषि क्षेत्र में निवेश पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है, ताकि अगले पांच साल में राज्य को सूखे से अप्रभावित रहने वाला बनाया जा सके। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के स्वरूप में व्यापक बदलाव आया है जिससे बुवाई सीजन प्रभावित हो रहा है।
पारंपरिक रूप से सरकार अल्पकालिक फसली ऋण देती है जो निवेश नहीं है। या कि बेमौसमी बारिश या सूखे की स्थिति में फसल नुकसान पर धन के रूप में राहत दी जाती है। उन्होंने कहा, लेकिन यह टिकाउ नहीं है। हमें इस तरह के हालात से निपटने के लिए अपने रुख में बदलाव लाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ किसानों को राहत पैकेज उपलब्ध कराने के बजाय कृषि में निवेश की जरूरत है।
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मोनसेंटो ने बीटी काटन बीज के लिए नए कीमत आदेश को चुनौती दी
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मोनसेंटा महिको बायोटेक लिमिटेड (BMBL) की याचिका पर केंद्र व नेशनल सीड एसोसिएशन से जवाब मांगा है। मोनसेंटो ने अपनी याचिका में जीन संवर्धित (जीएम) बीटी काटन बीज के लिए सरकार की नई कीमत नियंत्रण अधिसूचना को चुनौती दी है। न्यायाधीश मनमोहन ने एमएमबीएल की याचिका पर आदेश जारी किया। अदालत मामले में अब 31 अगस्त को सुनवाई करेगी।
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