नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गलत प्रोजेक्ट रिपोर्ट की लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी है। उनके मुताबिक गलत डीपीआर की वजह से हाईवे प्रोजेक्ट्स को काफी नुकसान हो रहा है। उसके साथ केंद्रीय मंत्री ने सटीक रिपोर्ट बनाने के लिए परियोजना प्रबंधन सलाहकार जैसी प्रणाली को जरूरी बताया। साथ ही मंत्री ने बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कंपनियों की क्रेडिट रेटिंग किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की वकालत की।
गडकरी ने बुधवार को कहा कि हमें एक तेज निर्णय प्रक्रिया की जरूरत है, जिसमें पूरी पारदर्शिता हो, भ्रष्टाचार नहीं हो और कार्य में गुणवत्ता हो। उन्होंने कहा कि परियोजना प्रबंधन सलाहकार की जरूरत इसलिए महसूस हुई है कि गलत डीपीआर की वजह से राजमार्ग क्षेत्र को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि फील्ड पर जाए बिना गलत डीपीआर तैयार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बुनियादी ढांचा कंपनियों की रेटिंग स्वतंत्र एजेंसियों से कराए जाने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि यदि रेटिंग की जाती है तो सिर्फ अच्छा काम करने वाली कंपनियां ही आगे आएंगी।
गडकरी ने जानकारी दी कि रणनीतिक स्थलों पर सुरंग बनाने पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय ने पिछले पांच साल में 17 लाख करोड़ रुपये के कार्य शुरू किए हैं। गडकरी ने कहा कि कंपनी चाहे छोटी हो बड़ी, जो भी सक्षम हो उसे अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने बोली लगाने वाली कंपनियों के लिए तकनीकी और वित्तीय पात्रता मानकों को उदार किए जाने पर जोर दिया।