नयी दिल्ली: देश के आर्थिक पुनरुद्धार को समर्थन तथा व्यापार और उद्योग पर कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए सोच-विचार कर सावधानी के साथ उपाय करने की जरूरत है। उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने सोमवार को यह बात कही। अग्रवाल ने कहा कम से कम चालू वित्त वर्ष के लिए औद्योगिक इस्तेमाल के प्राथमिक कच्चे माल के आयात पर सीमा शुल्क समाप्त करने की वकालत की। उन्होंने उन प्राथमिक जिंसों पर निर्यात शुल्क लगाने का सुझाव दिया जिनकी कीमतें पिछले वित्त वर्ष से 50 प्रतिशत बढ़ी हैं।
अग्रवाल ने कहा कि 2021-22 में ऊंची वृद्धि दर हासिल करने के लिए व्यापार एवं उद्योग को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने के लिए परिवारों के उपभोग में नयी जान फूंकने की जरूरत है। अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय संरचना पाइपलाइन के खर्च को पहले ही प्रदान करने से अर्थव्यवस्था में कुल मांग बढ़ेगी और आर्थिक पुनरुद्धार मजबूत होगा। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के भुगतान में वर्क फ्रॉम होम के मुद्दे या कोष की कमी की वह से विलंब नहीं होना चाहिए, क्योंकि कार्यशील पूंजी के चक्र को कायम रखने के लिए यह जरूरी है।’’