नई दिल्ली। आने वाले समय में भारत के हर गांव को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। सभी गांवों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने पर दूरदराज के इलाकों में भी ऑनलाइन शिक्षा सरलता से उपलब्ध हो सकेगी। गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी दी। उन्होने कहा कि देश में युवाओं को 21वीं सदी के कौशल से लैस करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) -2020 में कल्पना की गई थी, सरकार भविष्य के लिए तैयार कार्यबल बनाने के लिए शिक्षा और कौशल के बीच अधिक तालमेल बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एनईपी एक मजबूत शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और अंतत आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने में योगदान देगा। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'रोजगार सृजन एवं उद्यमिता' विषय पर आयोजित सीआईआई के वर्चुअल सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि महामारी के दौरान शैक्षणिक संस्थान और कौशल विकास केंद्र प्रभावित हुए हैं लेकिन सरकार ने बड़े पैमाने पर डिजिटल सामग्री विकसित करके शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित की है। उन्होंने आगे बताया कि निकट भविष्य में हर गांव हाई-स्पीड इंटरनेट से जुड़ जाएगा और बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण के ये प्रयास नई शिक्षा, कौशल और उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था तीव्र गति से बढ़ रही है। और भारत का भविष्य बहुत ही आशाजनक दिख रहा है। उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए कौशल क्षमता का निर्माण महत्वपूर्ण है।
धर्मेन्द्र प्रधान ने जोर देकर कहा कि शिक्षक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और प्रौद्योगिकी समाज को नया आकार दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के व्यापक आगमन और बदलते समाज के साथ, हमारे शिक्षकों को फिर से कुशल और कुशल बनाने की जरूरत है। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने आग्रह किया कि हमें अपने युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए जो भारत को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य के साथ, भारत तेजी से आर्थिक विकास का गवाह बनेगा और वैश्विक विकास का इंजन बनेगा। केंद्रीय मंत्री ने उद्योग जगत से इस मिशन में योगदान देने का आह्वान किया।
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